About the Book
आचारà¥à¤¯ चतà¥à¤°à¤¸à¥‡à¤¨ जनà¥à¤® : 26 अगसà¥à¤¤ 1891, बà¥à¤²à¤‚दशहर (उतà¥à¤¤à¤° पà¥à¤°à¤¦à¥‡à¤¶) मà¥à¤–à¥à¤¯ कृतियों : उपनà¥à¤¯à¤¾à¤¸ : वैशाली की नगरवधू, तोमनाथ, वरà¥à¤¯à¤°à¤•à¥à¤·à¤¾à¤®à¤ƒ, गोली, सोना और खून (चार खंड), रकà¥à¤¤ की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸, हृदय की पà¥à¤¯à¤¾à¤¸, अमर अà¤à¤¿à¤²à¤¾à¤·à¤¾, नरमेध, अपराजिता, धरà¥à¤®à¤ªà¥à¤¤à¥à¤°, देवांगना नाटक : राजसिंह, मेवनाय, छतà¥à¤°à¤¸à¤¾à¤², गांधारी, शà¥à¤°à¥€à¤°à¤¾à¤®, अमर राठौर, उतà¥à¤¸à¤°à¥à¤—, कà¥à¤·à¤®à¤¾ गदà¥à¤¯à¤•à¤¾à¤µà¥à¤¯ : हृदय की परख, अनà¥à¤¤à¤¸à¥à¤¤à¤², अनà¥à¤¤à¤¾à¤ª, रूप, दà¥à¤ƒà¤–, मां गंगी, अनूपशहर के घाट पर, चितà¥à¤¤à¥Œà¤¡à¤¼ के किले में, सà¥à¤µà¤¦à¥‡à¤¶ आतà¥à¤®à¤•à¤¯à¤¾: मेरी आतà¥à¤®à¤•à¤¹à¤¾à¤¨à¥€ कहानी संगà¥à¤°à¤¹: हिनà¥à¤¦à¥€ à¤à¤¾à¤·à¤¾ और साहितà¥à¤¯ का इतिहास (सात खंड), अकà¥à¤·à¤¤, रजकण, वीर बालक, मेघनाद, सीताराम, सिंहगढ़ विजय, वीरगाथा, लमà¥à¤¬à¤—à¥à¤°à¥€à¤µ, दà¥à¤–वा में कासीं कहूं सजनी, कैदी, आदरà¥à¤¶ बालक, सोया हà¥à¤† शहर, कहानी खतà¥à¤® हो गई, धरती और आसमान, मेरी पà¥à¤°à¤¿à¤µ कहानियां à¤à¤•à¤¾à¤‚की संगà¥à¤°à¤¹: राधाकृषà¥à¤£, पांच à¤à¤•à¤¾à¤‚की, पà¥à¤°à¤¬à¥à¤¦à¥à¤§, सतà¥à¤¯à¤µà¥à¤°à¤¤ हरिशà¥à¤šà¤‚दà¥à¤°, अषà¥à¤Ÿ मंगल अनà¥à¤¯ : आरोगà¥à¤¯ शासà¥à¤¤à¥à¤°, अमीरों के रोग, छूत की बीमारियां, सà¥à¤—म चिकितà¥à¤¸à¤¾, काम-कला के à¤à¥‡à¤¦ (आयà¥à¤°à¥à¤µà¥‡à¤¦à¤¿à¤• गà¥à¤°à¤‚थ), सतà¥à¤¯à¤¾à¤—à¥à¤°à¤¹ और असहयोग, गोलसà¤à¤¾, तरलागà¥à¤¨à¤¿, गांधी की आंधी (पराजित गांधी), मौत के पंजे में जिनà¥à¤¦à¤—ी की कराह (राजनीति) । इनके अतिरिकà¥à¤¤ पà¥à¤°à¥Œà¤¢à¤¼ शिकà¥à¤·à¤¾, सà¥à¤µà¤¾à¤¸à¥à¤¥à¥à¤¯, धरà¥à¤®, इतिहास, संसà¥à¤•à¥ƒà¤¤à¤¿ और नैतिक शिकà¥à¤·à¤¾ पर कई महतà¥à¤µà¤ªà¥‚रà¥à¤£ पà¥à¤¸à¥à¤¤à¤•à¥‡à¤‚ लिखी है। नियन: 2 फरवरी, 1960