अरुणाभ सौरभ
जन्म-9 फरवरी, 1985, चैनपुर, सहरसा (बिहार)
शिक्षा - एम.ए. हिन्दी (बीएचयू), बी.एड. (जामिया मिल्लिया इस्लामिया ), पीएच.डी. (तिलका माँझी भागलपुर विश्वविद्यालय), नेट (जे.आर.एफ.), एन.ई. स्लेट एवं एम.ए. अंग्रेज़ी साहित्य प्रकाशन-हिन्दी की सभी प्रतिष्ठित साहित्यिक पत्र-पत्रिकाओं में प्रमुखता से कविताएँ प्रकाशित साथ ही समीक्षाएँ और आलेख भी प्रकाशित। हिंदी के साथ-साथ मातृभाषा मैथिली में भी समान गति से लेखन
प्रकाशित कृतियाँ-दिन बनने के क्रम में (हिन्दी कविता संग्रह - 2014, भारतीय ज्ञानपीठ), लम्बी कविता का वितान (आलोचना पुस्तक - 2017, विजया बुक्स दिल्ली), आद्य नायिका (लंबी कविता - 2017, 2021, आधार प्रकाशन), इतना ही नहीं (कविता संग्रह- 2020), किसी और बहाने से (कविता संग्रह- 2021, भारतीय ज्ञानपीठ ) ।
अनुवाद-कन्नड़ के वचन साहित्य का अनुवाद, जैसे अंधरे में चाँद (मैथिली कवि तारानन्द वियोगी की कविताओं का अनुवाद, रूह पुस्तिका से 2013 में), असमिया कवयित्री कविता कर्मकार की रचनाओं का हिंदी अनुवाद, मैथिली कथाकार प्रदीप बिहारी की कहानियों का अनुवाद, तालाब में तैरती लकड़ी (भारतीय ज्ञानपीठ)
मैथिली में प्रकाशित कृतियाँ- एतबे टा नहि (कविता संग्रह -2011), तँ किछु आर (कविता संग्रह - 2018 ), भाषा शिक्षण मैथिली (2020)
संकलित - 2015 विश्वविद्यालय में शामिल!
युवा द्वादस 3 में निरंजन श्रोत्रिय के सम्पादन में बोधि प्रकाशन जयपुर से साझा संकलन में कविताएँ कई साझा संकलनों में कविताएँ शामिल! कुछ कविताएँ विभिन्न राज्यों के स्कूली पाठ्यक्रम और दूरदर्शन के कुछ वृत्तचित्र का निर्माण ! दो दर्जन से अधिक हिन्दी नाटकों में अभिनय एवं निर्देशन !